कास रोग का अर्थ
[ kaas roga ]
कास रोग उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- खाँसी को आयुर्वेद में कास रोग भी कहते हैं।
- कास रोग ही आगे जाकर श्वास रोग में बदल जाता है।
- यह औषध श् वास और कास रोग को भी दूर करती है ।
- यह जुकाम जब स्थायी हो जाता है तो कास रोग हो जाता है।
- श्वास और कास रोग मे करवीर के पत्रों की भस्म को शहद मे मिलाकर देने से लाभ मिलता है
- फिर उसका चूर्ण करके मात्रा ६ माशे शहद के साथ चटाने से श्वास कास रोग में लाभ होता है ।
- मात्रा - ४ रत्ती से १ मासे तक मधु के साथ लेने से श् वास , कास रोग नष् ट होते हैं ।
- मात्रा - ४ रत्ती से १ मासे तक मधु के साथ लेने से श् वास , कास रोग नष् ट होते हैं ।
- रक्त पित्त रोग निदान , कास रोग निदान, श्वास रोग निदान, हिक्का रोगनिदान, यक्ष्मा रोग निदान, अतिसार रोग निदान, मदादित्य रोग निदान, आदि केउल्लेख मिलते हैं.
- रक्त पित्त रोग निदान , कास रोग निदान, श्वास रोग निदान, हिक्का रोगनिदान, यक्ष्मा रोग निदान, अतिसार रोग निदान, मदादित्य रोग निदान, आदि केउल्लेख मिलते हैं.